Friday, July 2, 2010

कभी कभी ऐसा भी लिखना चाहिए


 


 
7 घण्टे पूर्व काव्य मंजूषा... पर 'अदा'
ये फोटो ओट्टावा में टूलिप फेस्टिवल का है कल जो टूटे थे रिश्ते आज वो लगते झूठे हैं प्रीत डगर के काँटों से मेरे पाँव के छाले फूटे हैं शिकवों का दस्तूर नहीं 
चिट्ठाकार


काव्य मंजूषा  पर  स्वप्न मंजूषा अदा  की यह रचना  एक अद्भुत रचना है .  इसकी  बुनावट इतनी बेहतरीन है कि  कोई  कितना ही माथा खपाले,  कुछ समझ नहीं आएगा

ये इतनी अनुपम  कविता है  कि  स्वयं सरस्वती माँ भी  इसे  गाना चाहे तो कई जगह अटक जाएँगी.........

इस सुकोमल  रचना  में कवयित्री  जी ने  जान बूझ कर  कुछ  त्रुटियाँ रख छोड़ी हैं  ताकि किसी की नज़र न लगे 



 
8 घण्टे पूर्व Albelakhatri.com... पर AlbelaKhatri.com
एक मुसीबत खड़ी हो गई है भाई ! अगर आप में से कोई सज्जन इस मुसीबत से बचने का कोई उपाय जानते हों तो कृपया मुझे अवश्य बताएं . जिस स्कूल में मेरा बेटा पढता है, उसने 
चिट्ठाकार


 स्कूल द्वारा बच्चों की फ़ीस बढ़ोत्तरी  को लेकर  कवि अलबेला खत्री ने  जिस प्रकार  बारीकी से  अपनी बात कही है  वह  प्रभावित करती है, लेकिन  अलबेला जी ये क्यों भूल जाते हैं कि  100 -200 रूपये का मतलब सबके लिए 100 -200 रूपये  नहीं होता,  किसी के लिए 100 का नोट  अठन्नी जैसा  होता है और किसी किसी के लिए  हज़ार रूपये के नोट जैसा, क्योंकि सबके अपने अपने आर्थिक  हालात हैं .

बहरहाल  एक निहायत सार्थक आलेख लिखा............उन्हें कभी कभी ऐसा भी लिखना चाहिए .

 



19 घण्टे पूर्व नारी , NAARI... पर डॉ मंजुलता सिंह
इंक ब्लोगिंग को बड़ा करके पढने के लिये shift+दबाये 


अदम्य साहसी  और  देशभक्त  नारी   रानी दुर्गावती का स्मरण कराता अत्यंत सुन्दर  आलेख  नारी पर डॉ  मंजुलता ने लिखा ..पढ़ कर  इससे प्रेरणा लेनी चाहिए.

बहुत ही  उत्तम कार्य किया  है लेखिका ने..खासकर अपनी हस्तलिपि में ही प्रकाशित करके ज्यादा सुन्दर प्रस्तुति की है 
 
 
 
 
 
 

ब्लॉगर स्टेट्स - भारी भरकम स्टेटकाउंटर को कहें गुडबॉय!

ब्लॉगर का प्रयोग करने वाली जनता की लं$$$$$$$$बी डिमांड थी ये. भारी भरकम स्टेट काउंटर के कोड से अब राहत मिलेगी. और, जो लोग रीयल टाइम स्टेट के लिए फ्लैश आधारित घूमती हुई पृथ्वी अपने ब्लॉगों के साइडबार में लगा रखते हैं, उनसे निवेदन है - मित्रों, उससे तत्काल छुटकारा पा लो. क्योंकि, आपके आंकड़े दिखाते हुए एनीमेशन हमारे पेज लोड को बेहद धीमा करते हैं!

अब, सब कुछ आपके अपने ब्लॉगर के भीतर ही उपलब्ध है. डैशबोर्ड में जाएँ, अपने ब्लॉग के स्टेट्स पर क्लिक करें और देखें सारी जानकारी. सेवा चूंकि अभी ही चालू हुई है, अत: मासिक, साप्ताहिक या वार्षिक आंकड़ों के लिए आपको इंतजार करना होगा, मगर आंकड़े हैं चुस्त दुरूस्त.

रचनाकार के आंकड़े देखें - पिछले दिन एक हजार सात सौ (1700) से ऊपर पेज लोड्स. कंटेंट इज किंग!! गो क्रिएट कंटेंट मैन! एंड एंजॉय योर स्टैट्स!!

 
छींटे और बौछारें पर रवि रतलामी जी  ने कमाल की जानकारी दी  है .इससे सभी ब्लोगर लाभ ले सकते हैं

समयाभाव और नयी नयी होने के कारण आज इतना ही...........कल फिर मिलेंगे..........बाय  
 
 

 


 
 
 

6 comments:

  1. पहली बार ऐसा कुछ देखा है.
    अनोखा लगा.

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  2. आपके ब्लाग पर आकर अच्छा लगा। चिट्ठाजगत में आपका स्वागत है। हिंदी ब्लागिंग को आप और ऊंचाई तक पहुंचाएं, यही कामना है।
    इंटरनेट के जरिए अतिरिक्त आमदनी की इच्छा हो तो यहां पधारें -
    http://gharkibaaten.blogspot.com

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  3. हिंदी ब्लाग लेखन के लिए स्वागत और बधाई
    कृपया अन्य ब्लॉगों को भी पढें और अपनी बहुमूल्य टिप्पणियां देनें का कष्ट करें

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  4. pyaare, har kalee ko dekhaa. husn jisaka bhi hai niraalaa hai.Dhanyvaad

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  5. इस चिट्ठे के साथ हिंदी ब्‍लॉग जगत में आपका स्‍वागत है .. नियमित लेखन के लिए शुभकामनाएं !!

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